ड्रग्स कैसे बनती है, ड्रग्स की खोज कब हुई और किसने किया
क्या आपने कभी सोचा है की कब कहा कैसे चलन में आया खतरनाक ड्रग्स हिरोइन ड्रग्स की लत के कारण हर साल लाखो जिंदगियां खत्म हो जाती है ये लत लोगो को सड़क पर ला देती है या फिर अपराध के अंधे कुंए में धकेल देता है मगर क्या आपने कभी सोचा है की इतनी खतरनाक ड्रग्स की खोज कब हुई और ड्रग्स कैसे बनती है सबसे पहले इसका इस्तेमाल कहा किया गया|
ड्रग्स कैसे बनती है |
ड्रग्स की खोज कब हुई
हिरोइन की खोज
का रास्ता अफीम और मोफिन से होकर गुजरता है खाड़ी देशो में अफीम 3400 ईसा पूर्व से ही उगाया जाता रहा है और
सही से ये नशा पूरी दुनिया में फ़ैल गया
सन 1804 में एक जर्मन फार्मासिस्ट फ्रेंडरीक सरटर्नर
ने अफीम से मोर्फिन को अलग करने में कामयाबी पायी मोफिन की खोज ने उस वक्त की
चिकित्सा क्षेत्र में क्रांति ला दी थी
अफीम की लत
छुड़ाने के लिए और पेनकिलर के रूप में मोर्फिन का इस्तेमाल धडल्ले से होने लगा मगर
जल्द ही इसकी लत लगने लगी और और इसके साइड इफेक्ट सामने आने लगे |
ड्रग्स की खोज किसने की
सन 1874 में एक अंग्रेज केमिस्ट CR अल्डर राइट ने हिरोइन की खोज कर ली मगर ये
मशहूर हुई 23 साल बाद जब एक जर्मन दवा कम्पनी बायेर में काम करने वाले एक जर्मन
केमिस्ट फिल्क्स होफ्मन ने इसे दोबारा खोजा उसने एसिटिक एसिड के साथ प्रयोग करने
के दौरान उससे हेरोइन बना डाली मोर्फिन के साथ इस एसिटिक एसिड मिलाने से हेरोइन का
जन्म हुआ ड्रग्स कैसे बनती है
19वी सदी के अन्म में जर्मन दवा कम्पनी बायेर ने खासी की एक ऐसी दवा बनाई जिसमे मरीजो को हिरोइन दी जाने लगी थी मिर्गी, दमा, स्कित्जोफेनिया और दिल की बीमारियों में भी हेरोइन मिलती थी और कम्पनी ने केवल इसका साइड इफेक्ट बताया था और वह था कब्ज बायेर ने इसे मोर्फिन के ऐसे विकल्प के रूप में प्रचलित किया था जिसकी लत नही लगती थी |
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लेकिन जल्द ही हेरोइन पूरी दुनिया में प्रसिद्ध
हो गयी और इसे अवैध द्वइयो की सूचि में डाल दिया गया और आप ये भी जान लिजिए की
हेरोइन का असली नाम डीयामोर्फिन है और हेरोइन तो बस इसका ट्रेंड नाम है जो बायेर
कम्पनी ने रखा था लेकिन जितना ही मोर्डेन इसका नाम है इसकी लत इससे भी बुरी है |
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Aap ki Jaan Kari boho Acchi he think
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