क्या हो अगर धरती का आकार दोगुना हो जाये | What if size of the earth doubled

क्या हो अगर धरती का आकार दोगुना हो जाये | What if size of the earth doubled


हैलो फ्रैंडस मै हु हर्षित और आज हम आपको बताएगे की (क्या हो अगर धरती का आकार दोगुना हो जाये | What if size of the earth doubled) तो क्या होगा आप सब तो जानते ही है की धरती हमारी माता है हम सब की जीवनदाता है हमारी धरती वो परफेक्ट प्लानेट है जिसपे लाइफ एक्सिसट कर सकती है और सोचने वाली बात इसमे ये आ जाती है की अगर हमारी धरती सोलर सिस्टम मे उस इग्ज़ैक्ट जगह पे न होती या फिर गोल न होती या फिर उसमे और कोइ चेंज होता तो आखिर हमारा क्या होता हमारी धरती मे जीवन आज इसलिए पनप रहा है क्युकी यहा पर हर एक चीज एकदम परफेक्ट है 

क्या हो अगर धरती का आकार दोगुना हो जाये

क्या हो अगर धरती का आकार दोगुना हो जाये



उसका गोल आकार उसके अटमॉसफेर की गैसेस और धरती के एटमॉसफेयर का तापमान ये सारी चीजे प्रकृति ने इतनी परफेक्ट बनाई है की धरती पे जीवन का पनपना संभव हुआ है किसी भी छोटे से चेंज का असर हमारी मौजूदा ज़िंदगी मे बहुत ज्यादा पड़ेगा

धरती का गोल आकार ही नहीं बल्कि धरती का साइज़ भी इतना परफेक्ट है की ज़िंदगी का पनपना संभव है लेकिन अगर हम ये मान ले की पृथ्वी का साइज़ आज की मौजूदा पृथ्वी से दोगुना हो जाए तो उसका हमरी ज़िंदगी मे क्या असर पड़ेगा क्या होता अगर हमारी पृथ्वी साइज़ मे दोगुनी होती चलिए पहले जानते है की

धरती का साइज़ दोगुना होने पर धरती पर क्या असर पड़ेगा 

और यहा हम ये मान के चल रहे है की धरती के साइज़ बढ़ने से उसके सेरफेस temperature पर कुछ असर नहीं हो रहा है जी हा दोस्तों हमारी धरती सूरज से एक निश्चित दूरी पर है जिसको गोल्डी लॉक स्वेजर कहते है इस दूरी पर सूरज की गर्मी न बहुत ज्यादा होती है और न ही बहुत काम अगर धरती का साइज़ बढ़ जाएगा तो उसके सेरफेस की दूरी भी कुछ किलोमीटेर से कम हो जाएगी हालकी सूरज और धरती के बीच इतनी ज्यादा दूरी है की इसकी साइज़ बढ़ने से कुछ खास फर्क नहीं पड़ेगा और इसीलिए मै ये सोच कर चल रहा हु की साइज़ बढ़ने से अटमॉसफेयर पे कोई असर नहीं पड़ेगा

धरती का साइज़ दोगुना होने पर होने वाले साइड इफैक्ट

आइए अब आगे बढ़ते है और इस बदलाव के साइड इफेक्ट को जानते है हमारा लक्ष्य है की धरती के डायोमीटेर को बडा करना अगर हम धरती के डेन्सिटी को न बदले तो साइज़ दोगुना होने पे धरती का वजन 8 गुना बढ़ जाएगा और इस वजन के बढ़ने का सीधा असर पड़ेगा धरती की ग्रैवेटी पर


ग्रैविटी का दोगुना होना

न्यूटन ला ऑफ ग्रैवटेशन के अनुसार धरती के ग्रीविटी वेट के डाइरेक्टरी पेरपोशनल और रेडियशन सक्योयर के इनवर्सली प्रपोशनल होता है इसके अनुसार हमारी दुगुनी साइज़ की धरती की ग्रैविटी भी दोगुनी हो जाएगी और शायद आप उससे सहमत न रहे लेकिन ग्रीविटी हमारे धरती मे होने वाली प्रकीरियाओ मे बहुत बडा रोल प्ले करता है हमारी धरती मे हर एक चीज ग्रैविटी के कारण ही टिकी हुई है अगर ग्रीविटी का खिचाव न होता तो हम भी आज आउटर ग्रैविटी के चक्कर काट रहे होते और धरती शायद एक्सिसट भी न करती और हम इतनी फुर्ती से धरती मे चल फिर पाते है ये सब उस खिचाव पे ही डीपेंड कर पाता है

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ग्रीविटी दोगुनी होने पर हमे चलने फिरने के लिए दोगुनी ऊर्जा की जरूरत होगी इससे हमे बहुत दिक्कत होगी क्युकी हमे दुगनी मेहनत कड़ी पड़ेगी ग्रैविटी के दोगुना होने पे हमारा वेट भी दोगुना हो जाता है तो ऑफिशली इस वजह से भी हमे चलने फिरने मे ज्यादा दिक्कत होती है धीरे धीरे एवीउलूशन के चलते हमारी हड्डियों को ज्यादा मजबूत होना पड़ेगा 

ताकि हम इतना एफर्ट अपनी रोजमर्रा की जिंदगी मे लगा सके यही नहीं ग्रैविटी के चलते हमारी मशलस भी इस दोगुना खिचाव के कारण और भी ज्यादा छोटी हो जाएगी इससे हमारी लंबाई कुछ इंच काम हो जाएगी सिर्फ हमारी ही नहीं धरती के हर एक पशु पक्षी की हाईट कम हो जाएगी और उन्हे भी हमारी तरह ही चलने फिरने मे दोगुना एफर्ट लगाना पड़ेगा कोई भी इंसान की लंबाई 6 फुट से ज्यादा नहीं होगी

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इन्सानो की जीवन अवधि

और जहा रही बात हमारी लाइफ की की हम कितने साल तक जींदा रह पायेगे तो वो भी कुछ साल काम हो जाएगी क्युकी हमारे शरीर मे हमे जींदा रखने के लिये हमारे खून को हमारी पूरी शरीर मे सर्कुलेट करने मे भी बहुत ज्यादा मेहनत लगेगी

धरती की ग्रैविटी का असर हमारे पेड़ों मे भी पड़ेगा इतनी भारी ग्रैविटी के कारण सिर्फ पेढ से आम ही नहीं बल्कि पूरे के पूरे पेढ ही गिरने लगेगे दोगुनी ग्रैविटी के कारण धरती को पेढ से पानी और मिनरल्स को खिचने मे ज्यादा व्यक्त लगेगा इसी कारण पेढ छोटे साइज़ जितना उगेगे एकदम एक इंसान की लंबाई के जितने ये तो बात थी ग्रैविटी की


एलीमेंट्स का बढ़ना

लेकिन साइज़ बढ़ने का सिर्फ यही एक पहलू नहीं है अगर एक धरती का साइज़ बढ़ा तो उसके एलीमेंट्स की मात्रा भी बढ़ जाएगी अगर आप रेयर एलीमेंट्स के फैन है तो शायद आप ये सुनकर एक्सईटेड हो जायेगे लेकिन धरती के लिए ये बहुत अछि खबर नहीं होगी धरती मे एलीमेंट के बढ़ने का मतलब ये है की जो नॉन स्टेबिल एलीमेंट्स है 

उनकी भी मात्रा बढ़ जायेगी इसके कारण धरती के अंदर की गर्मी बढ़ जाएगी और धरती का तापमान बढ़ने लगेगा यही नहीं धरती पे हॉट स्प्रिंग्स और ज्वालामुखियों की मात्रा भी बढ़ जाएगी और दुनिया भर मे ज्वालामुखी का फटना काफी ज्यादा बढ जायेगे ग्लोबल वार्मिंग का कारण ओज़ोन डिप्लेशन नहीं धरती का अंदरूनी temperature बन जाएगा

निष्कर्ष

तो जो लोग ये सोच रहे थे की धरती का साइज़ बढ़ने से हमारी बढ़ती आबादी को रहने के लिए जगह ज्यादा बढ़ जाएगी तो उन्हे ये जान लेना चाहिए की उस एक्स्ट्रा जमीन के बावजूद भी इंसान की ज़िंदगी काम सुखद होगी हमारी धरती जैसी है एकदम परफेक्ट है और हमरी धरती के वातावरण मे मामूली स बदलाव का भी भरी असर हो सकता है 

कई बार अपनी मोडेल ज़िंदगी जीते जीते हम ये भूल जाते है की इसका असर हमारी पृथ्वी पर क्या होगा बाढ़ भूस्खलन सुनामी ग्लोबल वार्मिंग ये सब हम इंसानों की ही देन है ये सब इसलिए हो रहा है क्युकी हम धरती के वातावरण के साथ खिलवाड़ कर रहे है मोडलाइजेशन एक बहुत अछि चीज है

लेकिन हमे हमेशा अपनी धरती का शुक्र गुजार होना चाहिए और उसकी इज्जत करनी चाहिए क्युकी हमे हमारी जिंदगी इस धरती ने ही दी है अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इस आर्टिकल (क्या हो अगर धरती का आकार दोगुना हो जाये | What if size of the earth doubled) को दोस्तो के साथ शेयर करे और सबस्क्राइब कीजिए


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