क्या हो अगर सभी मुस्लिम देश एक हो जाए । What Would happen If All Muslim Countries Unite?

क्या हो अगर सभी मुस्लिम देश एक हो जाए 

क्या हो अगर सभी मुस्लिम देश एक हो जाए: दुनिया की आबादी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है अगर धर्म के हिसाब से बात की जाए तो एक अनुमान के अनुसार 2050 तक इस्लाम को मानने वालों की जनसंख्या पूरे विश्व की जनसंख्या का लगभग 50% हो जाएगा जिसके मायने है की पूरी दुनिया मे मुस्लिम बहुसंख्यक हो जायेगे और बाकी सभी धर्म अल्पसंख्यक हो जायेगे और तभी मन मे एक सवाल उठ पड़ा की अगर भविष्य मे बहुसंख्यक होने पर सभी मुस्लिम देश एक हो जाए तो विश्व की तस्वीर कैसी होगी आइए जानते है आज के इस ब्लॉग मे। 


मुस्लिम की जनसंख्या 

अभी दुनिया मे सबसे ज्यादा लोग ईसाई धर्म को मानने वाले है इसके बाद मुस्लिम धर्म को मानने वाले लोगों की जनसंख्या सबसे ज्यादा है। अगर अकेले देश की बात की जाए तो इंडोनेशिया मे सबसे ज्यादा मुसलमान लोग रहते है दूसरी तरफ भारत मे पाकिस्तान की तुलना मे अधिक मुस्लिम रहते है दुनिया मे इस्लामिक देशों की संख्या सबसे ज्यादा है और इनकी जनसंख्या विश्व की जनसंख्या मे 24% है। 

फायदे 

  • ऐसी स्थिति मे अगर सभी मुस्लिम देशों को मिलाके एक देश बना दिया जाए तो ये देश एशिया महाद्वीप से भी बड़ा होगा और काफी ताकतवर भी होगा और कोई भी देश इसका मुकाबला नहीं कर पाएगा यहा एक तरफ दुनिया मे सऊदी अरब, और कतर जैसे काफी आमिर मुस्लिम राष्ट्र है तो वही दूसरी तरफ इंडोनेशिया और नाइजीरिया जैसे गरीब मुस्लिम राष्ट्र भी है और अगर ये गरीब और आमिर मुस्लिम देश मिल जाए तो सभी गरीब मुस्लिम देशों से भी गरीबी दूर हो जाएगी और वहा के रहने वाले लोग भी आमिर हो जायेगे। 
  • इसके अलावा अगर सभी मुस्लिम देश साथ मे हो जाए तो सिया और सुन्नी के बीच मे जंग भी खत्म हो सकती है सभी मुस्लिम देशों के एक हो जाने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस देश का राजनीतिक आर्थिक और धार्मिक क्षेत्रों मे दखल बढ़ जाएगा। 

क्या हो पायेगा 

  • लेकिन सभी मुस्लिम देश के एक हो जाने के बाद क्या वे विज्ञान मे सबसे आगे होंगे क्या उनके सैन्य शक्ति सबसे अधिक होगी या तब भी किसी अमेरिका जैसे देश का ही राज होगा। जिस तरह अरब देश के संसाधनों पर आज अमेरिका और यूरोप देश का कब्जा है जिस तरह इराक और सीरिया मे खून खराबा और जलजला हो रहा है क्या ये सभी मुसलमानों के एक हो जाने से रुक पाएगा या फिर नहीं। जिस तरह पाकिस्तान की मस्जिदों मे बम फट रहा है क्या तब भी फटते रहेगे। 
ये सारे सवाल हम इसलिए उठा रहे है क्युकी सभी मुस्लिम राष्ट्र अलग अलग क्षेत्रों से है इन सभी देशों की परंपराये संस्कृति, सभ्यता और भाषाए अलग अलग है अगर सभी देश एक साथ मिल जाते है तो ये सुनिश्चित करना भी मुश्किल होगा की किस भाषा को राष्ट्रीय भाषा बनाया जाए सभी का पहनावा भी अलग अलग है। 

  • कुछ मुस्लिम देश आज भी संगीन मानसिकता वाले है तो कुछ देश खुले विचार वाले यूरोपीय और एशियाई वाले मुस्लिम देशों मे ये अंतर साफ देखने को मिलता है 
क्या हो अगर सभी मुस्लिम देश एक हो जाए: मौजूदा दुनिया को देखा जाए तो ज्यादातर मुसलमान गैर अरब देशों मे है ये एक अलग बात है की मुसलमानों ने कभी अपनी शक्ति का अहसास नहीं किया और हर मामले मे उनकी नजर अरब देशों की ओर उठ जाती है वे अब भी यही चाहते है की उनका नेतृत्व अरब के नेता ही करे जो आज के हालातों मे नामुमकिन लगता है। तो दोस्तों आपको क्या लगता है की अगर सभी मुस्लिम देश एक साथ हो जाए तो इससे पूरी दुनिया पर क्या असर पड़ेगा अपने विचार हमे कममेंट बॉक्स मे जरूर लिखकर बताए। 



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