हवा से बिजली कैसे बनती है | How to make Electricity from Wind
हवा से बिजली बनाना एक झूट सा काम लगता है लेकिन व्यपारी और पूर्व
विज्ञानिक लार्ड रेसिं ने लन्दन के रॉयल insittute में एक ऐसे ही तकनीक का प्रदर्शन
किया उनका दावा है की फ्री वाल्ट नामक ये टेक्नोलॉजी हवा में मौजुद तरंगो की इस्तेमाल
कर बहुत कम उर्जा में चलने वाले उपकरणों जैसी सेंसरो को बिजली मुहैया कराई जा सकती
है नमस्कार मै हू हर्षित मिश्रा और आज Hindipidiaa के इस ब्लॉग में हम आपको
बतायेगे की हवा से बिजली कैसे बनती है
हवा से बिजली कैसे बनती है |
हवा से बिजली कैसे बनती है
असल में इस टेक्नोलॉजी में हवा में 4g डिजिटल टेलीवीजन की रेडियो तरंगो के
उर्जा का इस्तेमाल होता है लार्ड रीसेन कहते है की ये दुनिया की पहली ऐसी तकनीक है
इसके लिए किसी अतिरिक्त बुनियादी ढांचे की जरूरत नही है न ही इसके लिए अतिरिक्त
उर्जा प्रसारित करने की जरूरत होती है ये ऐसी उर्जा को रीसायकिल करता है जो
इस्तेमाल से बनी रह जाती है रॉयल insittute में इस तकनीक का प्रदर्शन किया गया ये
वही संस्थान है जंहा माइकल फैराडे ने 19वी शताब्दी में विद्युत चुम्बकत्व पर काम
किया था
क्या है फ्री बोल्ट
लार्ड रीसेन ने पहले ये दिखाया की कमरे में
कितनी रेडियो फ्रीक्वेंसी है और इसके बाद उन्होंने एक लाउडस्पीकर को चलाने के लिए
फ्री वोल्ट का इस्तेमाल किया उन्होंने एक पर्सनल पोलियूशन मोनिटर क्लीन स्पेस टैप
के जरूरत भर के बिजली पैदा करने का प्रदर्शन किया ये पोलियूशन मोनिटर आगामी
टेक्नोलॉजी द्वारा एक अभियान ये तहत बनाया गया है ताकि शहरो की वायु गुणवत्ता
सुधारी जा सके और लोगो को प्रदूषण के स्तर की जानकारी दी जा सके इस उपकरण में एक
बैट्री होती है जो फ्री बोल्ट के माध्यम से चार्ज होती रहती है इस तकनीक का पेटेंट
कराया गया है और इसे अब सुपर मार्किट जैसी जगहों पर इस्तेमाल किया जा सकता है जहा
अगले चरण के इन्टरनेट की तयारी चल रही है
विशेषज्ञो की राय
लेकिन डीस्क्रेप्तिव एनालिसेस के संस्थापक और
तकनिकी विशेषज्ञ टीन बाबले फ्री वोल्ट को लेकर बहुत उत्साहित नही है उनके मुताबिक
वायु प्रदूषण सेंसर का विचार तो दिलचस्प है लेकिन इसके लिए फ्री वोल्ट की क्या
जरूरत यही काम बैटरी या बहुत कम उर्जा से भी हो सकता है वो कहते है की अभी सवाल का
जवाब दिया जाना बाकी है की इसका मोबाइल नेटवर्क पर क्या असर पड़ेगा क्युकी ये
मोबाइल का ही स्पेक्त्र्म है जिसे फ्री वोल्ट इस्तेमाल कर रहा है
मोबाइल नेटवर्क उनके अनुसार ये जो एनर्जी है वो
शायद संचार के लिए जरुरी हो लार्ड रीसेंन को मैंने बताया की इसके लिए मोबाइल
नेटवर्क फीस मांग सकते है हलाकि उन्हें भरोसा है की इसका कोई क़ानूनी अधार नही है
वो इस तकनीक को बहुत बड़ी उपलब्धि मान रहे है वो कहते है उद्योग जगत इसकी सराहना
करेगा क्युकी इसके लिए कोई अलग से ढांचा बनाने की जरूरत नही है
निष्कर्ष
हलाकि इस तरह की कोशिशे पहले भी हो चुकी है
लेकिन व्यवसायिक रुप से टिकाऊ तकिनिक विकसित करने में उन्हें सफलता नही मिली लेकिन
लार्ड रीसेंन की कम्पनी का मनना है की उन्होंने इसका समाधान खोज लिया है अगर ये
सही है ये बहुत ही लुभावना व्यवसाय साबित होगा
हम उम्मीद करते है हमारा ये लेख आपके लिए बहुत
लाभदायक साबित होगा बाकी आपको क्या कहना है हवा से बिजली कैसे बनती है इस
टेक्नोलॉजी के बारे में हमें कम्मेंट करके अवश्य बताये ||
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